वहीं हिन्दू सेना ने पठान फिल्म पर बैन लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि हमने सेंसर बोर्ड को इस संदर्भ में एक पत्र भी लिखा है अगर उस पर संज्ञान नहीं लिया गया तो फिल्म को रिलीज नहीं होने दिया जाएगा और हमारा संगठन उग्र प्रदर्शन भी करेगा. हिन्दू सेना ने सिनेमा घर मालिकों को धमकी दी है कि अगर फिल्म रिलीज की गई तो नुकसान के खुद जिम्मेदार होंगे. संगठन ने सेंसर बोर्ड को भी चेताया है कि जिम्मेदारी से काम करे नहीं तो हिन्दू सेना को सेंसर बोर्ड के खिलाफ भी मोर्चा खोलना होगा.
भोपाल में ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष काजी सैयद अनस अली ने कहा है कि पठान फिल्म रिलीज हुई तो विरोध करेंगे. उलेमा बोर्ड ने ऐलान किया है किपठान मूवी बर्दाश्त नहीं करेंगे और फिल्म के अंदर मुस्लमानों का विरोध है. शाहरुख खान अपने नाम से फिल्म बनाएं पठान के नाम से फिल्म नहीं बनाए. फिल्म रिलीज़ हुई थी प्रदर्शन भी करेंगे और मामला भी दर्ज होगा. उन्होंने कहा कि शाहरुख को हज का वीजा भी दोबारा नहीं मिलना चाहिए और इस्लाम का मजाक नहीं बनाना चाहिए.
वहीं धार्मिक नगरी वाराणसी में भी पठान फिल्म को लेकर विरोध देखने को मिला है. धर्म नगरी वाराणसी में जेएचवी मॉल के सामने हिंदू संगठनों ने शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण का पुतला जलाकर फिल्म को काशी में किसी भी सिनेमा हॉल में लगने नहीं देने की धमकी दी गई. आम जनता से मांग की गई कि इस फिल्म का बहिष्कार करें. गौरतलब है कि पूरे देश में पठान फिल्म को लेकर बहिष्कार की मांग चल रही है.
हिंदू सेना की ओर से एक पत्र सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी जी को भेजकर पठान फिल्म पर रोक लगाने की मांग की गई है. पत्र हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने लिखा है. इस पत्र में फिल्म पठान में दीपिका पादुकोण द्वारा बिकिनी पहन कर साधु संतों और राष्ट्र के रंग भगवा को ठेस पहुंचाई गई. यह दुखद है. शाहरुख खान लगातार सनातन धर्म का मजाक उड़ाते रहते हैं. फिल्म में क्या जरूरत थी कि भगवा रंग का इस्तेमाल बिकिनी के तौर पर करके नंगा प्रदर्शन किया जाए. यह सब सोची समझी रणनीति के तहत किया जा रहा है ताकि दुनिया मै हिंदू व भगवा रंग को बदनाम किया जा सके. आपका सेंसर बोर्ड इन सीनों को सेंसर क्यों नहीं करता है ऐसी फिल्में व सीन पर विशेष ध्यान रखना चाहिए.
राजस्थान के शाहपुरा में जयश्रीराम सेवा समिति फ़िल्म पठान के विरोध के उतर आई है. जयश्रीराम सेवा समिति के कार्यकर्ताओं ने शहर के पिपली तिराहे पर शाहरुख खान व दीपिका पादुकोण का पुतला फूंका तथा विरोध-प्रदर्शन किया. उन्होंने सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को पत्र लिखकर फिल्म पठान पर बैन लगाने की मांग की है. जयश्रीराम सेवा समिति के संयोजक रमेश कुमावत ने कहा कि फिल्म पठान में दीपिका पादुकोण ने बिकिनी पहन कर साधु संतों और आस्था के प्रतीक भगवा रंग का अपमान किया है. हिन्दू संस्कृति व धर्म के साथ छेड़छाड़ व अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.